- Mahakal Temple: अवैध वसूली के मामले में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, एक आरोपी निकला HIV पीड़ित; सालों से मंदिर में कर रहा था काम ...
- महाकाल मंदिर में बड़ा बदलाव! भस्म आरती में शामिल होना अब हुआ आसान, एक दिन पहले मिलेगा भस्म आरती का फॉर्म ...
- भस्म आरती: मंदिर के पट खोलते ही गूंज उठी 'जय श्री महाकाल' की गूंज, बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार कर भस्म अर्पित की गई!
- भस्म आरती: मकर संक्रांति पर बाबा महाकाल का किया गया दिव्य श्रृंगार, तिल्ली के लड्डू से सजा महाकाल का भोग !
- मुख्यमंत्री मोहन यादव का उज्जैन दौरा,कपिला गौ-शाला में गौ-माता मंदिर सेवा स्थल का किया भूमि-पूजन; केंद्रीय जलशक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल भी थे मौजूद
उज्जैन में मल्लखंभ चैम्पियनशिप का समापन:अलग-अलग राज्यों की टीम ने आखिरी दिन बनाया हैरतअंगेज पिरामिड
माधव सेवा न्यास में रविवार से शुरू हुई राष्ट्रीय मलखंभ चैम्पियनशिप का गुरुवार को समापन हुआ। आखिरी दिन सभी राज्यों से आए खिलाड़ियों ने हैरतअंगेज पिरामिड बनाकर सभी को आश्चर्य में डाल दिया। इसमें सभी उम्र के प्रतिस्पर्धियों ने हिस्सा लिया। सुबह 10 बजे शुरू हुए पिरामिड स्पर्धा में देश भर से आई टीमों ने हिस्सा लिया। सभी टीम में महिला पुरुष खिलाड़ी का प्रतिनिधित्व रहा। सभी टीम को दो-दो मिनट में तीन पिरामिड बनाकर दिखाना थे।
अर्जुन अवार्डी मल्लखंभ खिलाड़ी और कोच योगेश मालवीय ने बताया कि पिरामिड बनाना प्रतियोगिता के अंतिम चरण का हिस्सा था। पिरामिड के आधार पर भी टीम के अंक काम या ज्यादा हो सकते हैं। इसलिए यहां सभी खिलाड़ियों ने अपना-अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
उज्जैन के माधवसेवा न्यास में बीते 6 दिनों से चल रही राष्ट्रीय मल्लखंभ चैम्पिनयशिप का गुरुवार को अंतिम दिन था। इस चैम्पियनशिप में देश भर से मल्लखंब के खिलाड़ी अपना अपना जौहर दिखाने पहुंचे थे। दो अलग-अलग सत्रों में इसकी शुरुआत की गयी। जिसमें पहले तीन दिन 25 से 27 सितंबर तक सब जूनियर प्रथम और द्वितीय बालक व बालिकाओं की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 28 से 30 सितंबर तक सीनियर पुरुष, जूनियर बालक, सीनियर महिला, जूनियर बालिका ने मल्लखंब चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया।
20 राज्यों के 800 से ज्यादा प्रतिस्पर्धी पहुंचे
इस प्रतिस्पर्धा में देश भर के 20 राज्यों के 800 से अधिक खिलाड़ी उज्जैन पहुंचे थे। समापन समारोह में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष माहक सिंह सहित संत बालीनाथ भी पहुंचे थे।